
हे सवर्ण भाइयों, आओ ‘ऊना क्रांति’ का स्वागत करें, इंसान बनें !- Pankaj Srivastava
मनु जी तुमने वर्ण बना दिए चार ! जा दिन तुमने वर्ण बनाये, न्यारे रंग बनाये क्यों ना ? गोरे ब्राह्मण, लाल क्षत्री, बनिया पीले बनाये क्यों ना ? शूद्र बनाते काले वर्ण के, पीछे का पैर लगाये क्यों ना ? -अछूतानंद स्वामी अछूतानंद के इस सवाल का जवाब तो ब्रह्मा भी नहीं दे सकते, लेकिन ब्रह्मा के मुँह, भुजा, जंघा और पैर से पैदा … Continue reading हे सवर्ण भाइयों, आओ ‘ऊना क्रांति’ का स्वागत करें, इंसान बनें !- Pankaj Srivastava