नई दिल्ली। यूपी के दादरी कांड के बाद गोरक्षा का मुद्दा देशभर में तेजी से चल रहा है। दादरी के बिसाहड़ा गांव में अखलाक की हत्या के बाद गोरक्षक तेजी से सक्रिय हो गए। देश के अन्य राज्यों में भी गोरक्षा की घटनाएं आने लगीं। किसी को भी पकड़कर गोकशी के आरोप में पीटा जाने लगा। मुस्लिमों के बाद यह आतंक दलितों पर छाने लगा। पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात में में मरी गाय की खाल उतार रहे चार दलित युवकों को बुरी तरह पीटा गया। इतने अत्याचार के बाद भी किसी ने इसकी जड़ में जाने की कोशिश नहीं की।
गुजरात में दलित अत्याचार के विरोध में पैदा हुए अंबेडकर आंदोलन की खबर विदेशी मीडिया तक भी पहुंच गई लेकिन बीफ एक्सपोर्टर्स और उनके सुरक्षित व्यवसाय पर किसी ने सवाल नहीं उठाया। विदेशी मीडिया के एडिटोरियल्स में ऊना कांड की आलोचना के बाद पीएम मोदी ने लगातार दो दिन गोरक्षकों पर हमला बोला। उन्होंने 80 प्रतिशत गोरक्षकों को फर्जी बताया।
अब आरटीआई से जरिए बीफ को लेकर अहम खुलासा हुआ है। जिंदा जानवरों को काटने वाले स्लॉटर हाउस मोदी सरकार में आश्चर्यजनक रूप से बढ़े हैं। हिंदी सियासत डॉट कॉम की खबर के अनुसार, फरीदाबाद निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता रविंद्र चावला ने केंद्रीय कृषि मंत्रालय के पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग में आरटीआई डालकर पूछा था कि किस राज्य में कितने स्लॉटर हाउस हैं। उनमें पशुओं के काटने के नियम क्या हैं। इसका जो जवाब आया वह हैरान करने वाला था। बीफ को भारतीय राजनीति का केंद्रीय मुद्दा बना देने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए आरटीआई के जरिए हुआ एक खुलासा असहज स्थिति पैदा कर सकता है।
स्लॉटर हाउस के मामले में टॉप टेन राज्य
राज्य स्लॉटर हाउस सरकार
महाराष्ट्र 316 भारतीय जनता पार्टी
उत्तर प्रदेश 286 समाजवादी पार्टी
आंध्र प्रदेश 183 तेलगू देशम पार्टी
तमिलनाडु 136 एआईडीएमके
कर्नाटक 95 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पंजाब 91 शिरोमणि अकाली दल
मध्य प्रदेश 79 भारतीय जनता पार्टी
छत्तीसगढ़ 74 भारतीय जनता पार्टी
केरल 55 मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
ओडिशा 51 बीजू जनता दल
मांसाहार को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताने वाली भाजपा के शासन वाले राज्यों में सबसे ज्यादा स्लॉटर हाउस हैं। पता चला है कि देश में चल रहे डेढ़ हजार से भी ज्यादा बूचड़खानों में से अधिकतर बीजेपी शासित राज्यों में ही चल रहे हैं। एक ऑनलाइन पोर्टल मे छपी खबर के मुताबिक भारत मांस निर्यात करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश बन गया है जबकि अपनी चुनावी कैंपेन में ‘गुलाबी क्रांति’ को लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तत्कालीन मनमोहन सरकार को घेरते नजर आते थे।
पढ़ें- यूपी में डेंगू का कहर रोकने में नाकाम सपा प्रसाशन, BSP ने किया विधानसभा से वॉकआउट
महाराष्ट्र देश में मांस उत्पादन में नंबर वन है और वहां सबसे अधिक बूचड़खाने चल रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि नॉर्थ ईस्ट की ओर सबसे ज्यादा उंगलियां उठती हैं जबकि वहां सबसे कम स्लाटर हाउस हैं। जानकार इसे पार्टी और सरकार के रवैये पर सवाल उठा रहे हैं और इसे कथनी-करनी का अंतर करार देते हैं।
देश भर में कुल 1623 स्लॉटर हाउस बताए गए हैं जिनमें से 675 तो भाजपा के शासन वाले राज्यों में हैं। अकेले महाराष्ट्र में ही 316 कसाईखाने हैं। 285 इकाइयों के साथ यूपी दूसरे नंबर पर है लेकिन ऐसे टॉप टेन राज्यों में महाराष्ट्र को छोड़कर भाजपा शासित तीन और राज्य मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब शामिल हैं। हरयाणा 21 जिले वाले इस छोटे से राज्य में भी 36 बूचड़खाने चल रहे , नरेंद्र मोदी के गृह क्षेत्र गुजरात में भी 38 इकाइयों में पशुओं का मांस निकालने का काम किया जाता है।
(Courtesy: National Dastak)