सेवा में,
कुलपति,
हैदराबाद विश्वविद्यालय
विषय – दलित समस्या का समाधान
महोदय,
सबसे पहले मैं हैदराबाद विश्वविद्यालय परिसर में दलित के आत्म सम्मान के आंदोलन पर आपके निर्णय की प्रशंसा करता हूं कि जब एबीवीपी के अध्यक्ष द्वारा दलितों पर अभद्र टिप्पणी पर सवाल पूछे गए, तो आपने जो निजी रुचि इस मामले में दिखाई, वह ऐतेहासिक और उदाहरण प्रस्तुत करने वाली है। 5 दलित छात्रों का परिसर से सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया है। आप के आगे डोनाल्ड ट्रम्प भी ख़ुद को बौना समझते होंगे। मैं आपकी निष्ठा से प्रभावित हो कर, आपके सामने दो तुच्छ सुझाव दे रहा हूं, जिससे दलितों की समस्या का समाधान हो सकता है;
- प्रवेश के समय ही, सभी दलित छात्रों को 10 मिलीग्राम सोडियम एज़ाइड भी दिया जाए। साथ ही निर्देश दिया जाए कि जब भी उनका अम्बेडकर को पढ़ने का मन हो, तो वह उसका सेवन कर लें।
- सभी दलित छात्रों के कमरों में अपने परम मित्र, महान चीफ वॉर्डेन से कह कर, एक अच्छी रस्सी का प्रबंध करवा दें।
चूंकि पीएच. डी कर रहे छात्र, पहले ही इस चरण को पार कर चुके हैं और दुर्भाग्य से पहले ही दलित आत्म सम्मान आंदोलन के सदस्य हैं; इसलिए उनके लिए मुझे कोई आसान निकास नहीं दिखता है। इसलिए महामहिम, आप से मेरे जैसे छात्रों का अनुरोध है कि हमारे लिए ‘यूथेनेसिया’ की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। और मैं आशा करता हूं कि आप के साथ-साथ यह परिसर सदैव के लिए शांति पा जाएगा।
साभार
शुभाकांक्षी
वेमुला रोहिथ चक्रवर्ती