मुंबई: अभिनेता शाहरुख खान सोमवार को 50 साल के हो गए। इस मौके पर उन्होंने कई इंटरव्यू दिए। विवादित सवालों पर भी खुलकर बोले। शाहरुख से अलग-अलग बातचीत के मुख्य अंश…
धर्म को लेकर मेरे बच्चे हमेशा कन्फ्यूज रहते हैं
मेरे घर में हर कोई अपना-अपना धर्म मानने को आजाद है। मेरे बच्चे असमंजस में रहते हैं कि वे हिंदू हैं या मुस्लिम। मैं पूछता हूं ईसाई क्यों नहीं? किसी भी तरह की असहनशीलता हमें अंधकार युग की ओर ले जाती है।
मेरे घर में हर कोई अपना-अपना धर्म मानने को आजाद है। मेरे बच्चे असमंजस में रहते हैं कि वे हिंदू हैं या मुस्लिम। मैं पूछता हूं ईसाई क्यों नहीं? किसी भी तरह की असहनशीलता हमें अंधकार युग की ओर ले जाती है।
देशभक्ति पर: यह शर्मनाक है कि मुझे राष्ट्रभक्ति साबित करनी पड़ी। मैं भारतीय हूं और कोई इस पर सवाल कैसे उठा सकता है? जो लोग कहते हैं कि मुझे वहां भेज दो… तो भैया मुझसे ज्यादा इस देश में रहने का हक किसी को नहीं है। मैं कहीं नहीं जाने वाला। मेरे पिता आजादी के लिए लड़े हैं। उन्होंने जो मुझे दिया, वह मैं किसी को नहीं दे सकता।
असहिष्णुता पर: जो पुरस्कार लौटा रहे हैं वे बहुत बहादुर हैं। मैं उनके साथ हूं। वे चाहेंगे कि मैं उनके साथ मार्च में आऊं या प्रेस कॉन्फ्रेंस करूं तो मैं तैयार हूं। मेरा पुरस्कार लौटाना कुछ ज्यादा ही प्रतीकवाद हो जाएगा। विरोध स्वरूप कुछ लौटाने में मेरा विश्वास नहीं है।
एफटीआईआई: छात्र बिल्कुल सही थे। कुछ शब्द और हरकतें गलत हो सकती हैं। पर आप प्रदर्शन और अनशन कर रहे हों तो आपकी भावनाएं चरम पर होती हैं। कुछ इधर-उधर हो जाता है। पर मेरा मानना है कि छात्र बिल्कुल सही थे।
विरोध पर: मेरे पास खास हथियार है कि लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं। अगर कोई मेरे खिलाफ होता है तो काफी संख्या में लोग मेरी तरफ भी आ खड़े होते हैं। अगर आप देशभक्त हैं तो आप देश की हर चीज से प्यार करेंगे, ना कि किसी धर्म या क्षेत्र के आधार पर चुनेंगे।
सेक्युलरिज्म पर: अगर हम तीन खानों के बारे में बात करके साबित करते हैं कि भारत सेक्युलर है तो असल में नहीं है। भारत चमक रहा है यह दिखाने के लिए खानों का चमकना जरूरी नहीं है।
बीफ विवाद : “मांस खाने की आदतों से हमारे धर्मों का निधारण नहीं हो सकता है।”
सोशल मीडिया पर आलोचना करने वालों को : मुझे मां-बहन की गालियां दी जाती हैं। मैं उनसे सिर्फ इतना कहता हूं- नाम, मोबाइल नंबर और एड्रेस बता दो। घर आकर मारूंगा।