ऐसे हर शख्स को सूली पे चढ़ाया जाये
जो कहे सो रहा इंसान जगाया जाये
सच कहना हो ज़रूरी तो जेल में रहिये
हुक्म मुंसिफ का है, दस्तूर बनाया जाये
क्या हिमाक़त है, हमें आईना दिखाता है
जल्द महफ़िल में चिराग़ों को बुझाया जाये
सरतराशी का बहुत ख़ूब हुनर है उसका
रस्म कहती है कि सरताज बनाया जाये
ना ज़मीं गोल ना सूरज के लगाती चक्कर
भीड़ आमादा है, ‘ब्रूनो’ को जलाया जाये
.पंकज परवेज़
(ब्रूनो —गिओर्दानो ब्रूनो- 17 फरवरी 1600 को चर्च के आदेश पर रोम में जिंदा जला दिया गया इटली का महान गणितज्ञ, दार्शनिक और खगोलविद् । उसका ‘अपराध’ कोपरनिकस के इस सिद्धांत का समर्थन करना था कि धरती ब्रह्माण्ड का केंद्र नहीं, सूर्य का चक्कर लगाने वाला एक ग्रह है। सूर्य भी विशिष्ट नहीं,असंख्य तारों की तरह एक सितारा है। )