Literatureमैं नहीं लिखूंगा तब तक – Mayank Saxena Mayank Saxena मैं नहीं लिखूंगा तब तक जब तक कि तुम समझ नहीं जाते कि इंसान सिर्फ इंसान है वो हो ही नहीं सकता यहूदी ईसाई मुसलमान हिंदू या कुछ और और तब तक तुम कोशिश करते रहना कि मैं लिखूं तुम्हारे बारे में एक भी लफ़्ज़ जो मैं सोच लिख बोल नहीं सकता… Share this:ShareLinkedInPinterestTumblrFacebookTwitterRedditPocketLike this:Like Loading... Related